पटना एयरपोर्ट पर फिर बर्ड हिट, बच गयी 160 यात्रियों की जान

फौरन एयरपोर्ट ऑथोरिटी को सूचना दी गयी. वह पूरी तरह हरकत में आ गयी. गो एयर के विमान का इंजीनियर ने निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान विमान पर कहीं भी पक्षी से टकराने के निशान नहीं मिले. बायां इंजन भी सही-सलामत मिला, जिससे पक्षी के टकराने के बाद रनवे पर गिरने का अंदेशा जताया जा रहा था. हालांकि कतिपय विशेषज्ञों ने इसकी वजह टक्कर के समय विमान की गति कम होना बताया, जिससे बर्ड हिट से कम दबाव पैदा हुआ और उसे इंजन के अग्रभाग में लगे मजबूत ब्लेड ने सह लिया. विमान में करीब 160 यात्री थे.
इंडिगो की फ्लाइट डायवर्ट हुई बनारस
इस बीच अत्यधिक संख्या में पक्षियों के रनवे पर जमा होने और G8135 के साथ हुए खतरनाक अनुभव को देखते हुए कोलकाता से सुबह 10.35 में पटना आने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E339 को पटना एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं दी गयी और उसे वाराणसी डायवर्ट कर दिया गया. इस बीच रनवे पर बर्ड चेजर पूरी तरह सक्रिय रहे और सिक्स शॉट लांचर के मदद से पटाखे फोड़-फोड़ कर लगातार पक्षियों को उड़ाने और रनवे के आसपास उनकी संख्या को कम करने का प्रयास किया जाता रहा. दोपहर 12 बजे के बाद स्थिति ठीक होने के बाद वाराणसी से डायवर्ट विमान वापस पटना पहुंचा और यहां से लखनऊ के लिए उड़ा.
पक्षी की मौत की वजह सीधी टक्कर या जेट ब्लास्ट
जांच-परख के बाद इंजीनियर ने यह कयास भी लगाया कि रनवे पर पक्षी की मौत की वजह उसका जेट ब्लास्ट (विमान के इंजन से निकलने वाली तेज हवा) की चपेट में आना भी हो सकता है. हालांकि मृत पक्षी के अवशेष उसके विमान से सीधे टकराने की संभावना पर बल दे रहे थे. इंस्पेक्शन पूरा होने के बाद विमान को पटना से फ्लाइट संख्या G8136 बन कर वापस दिल्ली जाने दिया गया.
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