टीईटी : बिहार बोर्ड के और कर्मचारी भी हैं संदेह के घेरे में

छानबीन में पता चला है कि बिहार के कुछ जिलों के डीईओ की भी भूमिका संदिग्ध है. फर्जी प्रमाणपत्र पर नौकरी दिलाने में डीईओ से भी मिलीभगत की गयी है. ऐसे में यह जांच और भी महत्वपूर्ण हो गयी है. पड़ताल जारी है. एसआईटी कुछ तथ्यों को खंगाल रही है, अगर सबूत हाथ लगते हैं तो कुछ डीईओ पर भी गाज गिरेगी.
इसके अलावा बिहार बोर्ड के करीब आधा दर्जन कर्मचारियों के शामिल होने की जानकारी मिली है. एसआईटी ने उन्हें चिह्नित कर लिया है. बहुत जल्द उन पर कार्रवाई होगी. बेगूसराय में इस फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड की तलाश भी जारी है. एसआईटी के सूत्रों की मानें, तो अगर मास्टरमाइंड हाथ लगता है, तो ऐसे कई लोग बेनकाब होंगे, जो फर्जी प्रमाणपत्र पर नौकरी प्राप्त कर सैलरी ले रहे हैं.
बिहार बोर्ड के और कर्मचारी भी हैं संदेह के घेरे में : बिहार प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा-2011 (टीईटी) में गड़बड़ी के मामले में बिहार बोर्ड के और तीन-चार कर्मचारी पुलिस के निशाने पर हैं. पुलिस को इन पर भी संदेह है और अगर उनके खिलाफ पुख्ता साक्ष्य पुलिस को मिला, तो गिरफ्तार किये जा सकते हैं.
पुलिस के एक अधिकारी ने भी इशारा किया है कि इस गड़बड़ी में और लोग भी शामिल हैं. इन लोगों के संबंध में फिलहाल जांच की जा रही हैं. इधर इस मामले में पकड़े गये तमाम आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लेगी और पूछताछ करेगी. पुलिस को यह शक है कि टीईटी पास जिन शिक्षिकाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं उनके माध्यम से और भी लोगों ने टीईटी की परीक्षा में गड़बड़ी की होगी. साथ ही पुलिस के साथ ही बिहार बोर्ड प्रशासन भी फिलहाल यह मान कर चल रहा हैं कि कई अन्य लोगों ने भी सेटिंग कर फर्जी टीईटी का सर्टिफिकेट बनवाया था. पुलिस ने तीन शिक्षिकाओं सुमन कुमारी, श्वेता व पूजा भारती को पहले ही गिरफ्तार किया था. साथ ही पूजा के पति व बिहार बोर्ड के कर्मचारी जटाशंकर व अमितेष को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी हैं.
- टीईटी के सर्टिफिकेट के लिए दो से तीन
लाख में हुआ था खेल : अभी तक पकड़े गये लोगों से पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि टीईटी के सर्टिफिकेट के लिए दो से तीन लाख में सौदा हुआ था. इसमें बिहार बोर्ड के कर्मी और दलाल ने पैसे बांटे थे. इसके अलावा कुछ उम्मीदवारों से तीन लाख से अधिक की रकम ली गयी थी. पकड़े गये लोगों से पुलिस को दलाल के संबंध में जानकारी मिल गयी है. लेकिन, अभी गिरफ्तारी नहीं हुई हैं.
जटाशंकर खोलेगा राज
पुलिस जटाशंकर को रिमांड पर लेगी तो काफी जानकारियां हासिल हो सकती हैं. क्योंकि, जटाशंकर ने ही कई उम्मीदवारों से पैसे लेकर टीईटी का सर्टिफिकेट दिया था. साथ ही जटाशंकर को ही इस बात की जानकारी है कि उसने किन-किन लोगों का सर्टिफिकेट बनवाया था. पुलिस पकड़े गये जटाशंकर के बैंक एकाउंट को भी खंगाल रही है.
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