मुजफ्फरपुर के होटल में भेजी जाती थीं बालिका गृह की किशोरियां, पीड़िताओं के बयान से खुल रहे राज

किशोरियों को नशे का टैबलेट खिला किया जाता था दुष्कर्म:लड़कियों को नशे का टैबलेट खिलाकर उनके साथ रेप किया जाता था। हाल ही में पुलिस के सर्च ऑपरेशन में बालिका गृह से नशीली दवा के साथ ही अन्य संदिग्ध सामान जब्त किए गए थे। एक पीड़िता ने अपने बयान में कहा है कि बालिका गृह में एक दिन उसे टैबलेट खाने को दिया गया। उसे खाने के बाद वह बेहोश हो गई। जब नींद टूटी तो देखा कि उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। तब उसे पता चला कि उसके साथ दुष्कर्म किया गया है।
गुर्गे पकड़ते थे, संचालक करता था रेप:बालिका गृह में शाम होते ही रंगीन महफिल सजती थी। संचालक के साथ बाहरी भी शिरकत करते थे। शाम 6-7 बजते ही अश्लील गीतों के बीच लड़कियों को लाया जाता था। फिर संचालक व अन्य की हैवानियत शुरू हो जाती थी। कोई रोकने-टोकने वाला नहीं होता। आबरू बचाने को लड़कियां रोती-गिड़गिड़ाती। बेटी की उम्र होने का हवाला देतीं। फिर भी संचालक पर फर्क नहीं पड़ता। एक लड़की ने बयान में कहा है कि ऊपर के कमरे में उसके साथ दुष्कर्म किया गया। इनकार करने पर दो गुर्गे पकड़ते थे आैर संचालक गलत काम करता था। बाद में दोनों गुर्गों के अलावा बाहरी लड़कों ने भी मुंह काला किया। पीड़िता के मुताबिक कई बार वह दर्द होने की बात कहती पर ‘सर’ (संचालक) नहीं मानते थे।
लड़कियों के कपड़े उतार कर करता था पिटाई:बालिका गृह में लड़कियों को आतंकित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई थी। दिव्यांग लड़कियों को भी नहीं बख्शा गया। एक गूंगी लड़की ने इशारों के जरिए दिए बयान में बताया है कि संस्था के हेड सर (संचालक) उसके कपड़े उतार कर पिटाई करते थे। छत पर ले जाकर भी पीटा गया।
पीड़िता बोली- किरण आंटी सबको बिगाड़ती थी:एक पीड़िता के मुताबिक उसके साथ ही अन्य लड़कियों के साथ गलत काम होता था पर बालिका गृह की आंटी (महिला कर्मी) कुछ नहीं बोलती थी। किरण अांटी सबको बिगाड़ती थी। एक बार संचालक ने सबके सामने चंदा अांटी को चांटा मारा था। सर (संचालक) से सभी अांटी डरती थी।
ब्रजेश व अन्य आरोपियों को रिमांड पर लेगी सीबीआई:बालिका गृह कांड के मामले की जांच में लगी सीबीआई आने वाले दिनों में ब्रजेश ठाकुर व अन्य आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। गृह में यौन शोषण पर सवाल पूछे जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक पहले आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ होगी। फिर आमने-सामने बैठा कर क्रॉस एग्जामिनेशन भी कराया जा सकता है। इस दौरान आरोपियों के साथ स्पॉट वेरिफिकेशन भी किए जाएंगे। पूर्व में पुलिस की जांच के दौरान गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत 10 आरोपी जेल में बंद हैं। एक आरोपी दिलीप वर्मा फरार है। बीते 3 जून को ही ब्रजेश व अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। हालांकि पुलिस उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ नहीं कर सकी थी। इसको लेकर भी पुलिस पर सवाल उठे थे। सीबीआई की जांच आगे बढ़ने पर आरोपियों की सूची में आैर नए नाम जुड़ सकते हैं। जांच टीम पीड़ित लड़कियों से भी पूछताछ कर सकती है।
via bhasakar
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