नीतीश कैबिनेट का फैसला : विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के शिक्षकों-कर्मियों की वेतन विसंगति जल्द होगी दूर

नीतीश कैबिनेट का फैसला : विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के शिक्षकों-कर्मियों की वेतन विसंगति जल्द होगी दूरपटना : बिहार में विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के शिक्षकों-शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की वेतन विसंगति जल्दी ही दूर होगी. इसके लिए राज्य सरकार ने राजस्व परिषद के अध्यक्ष की अगुवाई में वेतन विसंगति निराकरण समिति का गठन किया है. यह समिति छह माह में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. समिति में शिक्षा, वित्त आदि विभागों के अधिकारियों को रखा गया है. वित्त विभाग के इस प्रस्ताव पर कैबिनेट ने मंगलवार को मुहर लगायी.

मंगलवार की शाम छह बजे से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मुख्य सचिवालय स्थित मंत्रिमंडल सभागार में मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू हुई. बैठक के बाद मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि बैठक में कुल 15 प्रस्तावों को स्वीकृति मिली. इसमें सहकारिता विभाग के तीन प्रस्ताव शामिल हैं. सहकारिता विभाग के प्रस्तावों में सबसे महत्वपूर्ण ड्रायर सहित विद्युत चावल मिल स्थापित करने का प्रस्ताव रहा. 

कृषि रोड मैप के तहत 2017-22 तक के लिए पैक्स/व्यापार मंडलों में 77.45 लाख रुपये की स्वीकृति मिली है. वर्ष 2018-19 में 115 विद्युत आधारित चावल मिल ड्रायर सहित स्थापित होगा. दो मीट्रिक टन प्रति घंटा क्षमता के कुल 260 मिलों की स्थापना होनी है. इसमें केंद्रांश और राज्यांश प्राप्त कर पैक्स/व्यापार मंडलों को 50 प्रतिशत अनुदान तथा 50 प्रतिशत चक्रीय पूंजी (ऋण) के रूप में दिया जायेगा. कृषि रोड मैप 2017-22 के तहत पैक्स/व्यापार मंडलों में वित्तीय वर्ष 2018-22 तक 200, 500 या एक हजार मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम बनाये जायेंगे. 
via p.khabar

Comments

Popular posts from this blog

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व॰ भोला पासवान शास्त्री का जन्म दिवस समारोह का आयोजन

विवादों का सुपर 30: अब पुलिस के खिलाफ ईंट से ईंट बजाएंगे आनंद! जानिए मामला