बिहार और झारखंड में पांच लाख से अधिक बढ़े आयकरदाता

आयकर अधिकारियों के अनुसार, करेंट डिमांड कलेक्शन के तहत वर्ष 2017-18 में 503 करोड़ रुपये मिले हैं, जबकि लक्ष्य मात्र 306 करोड़ रुपये था. दरअसल, इसमें पैनाल्टी, स्क्रूटनी के बाद देय राशि, प्रोसेसिंग के बाद की देय राशि आदि चीजों को शामिल किया जाता है. इसी तरह, एरियर डिमांड कलेक्शन की बात करें तो वित्तीय वर्ष 2017-18 में यह 762 करोड़ रुपये है. इसके लिए लक्ष्य 456 करोड़ रुपये मिला था. कुल मिलाकर आयकर विभाग को लक्ष्य से कहीं बढ़कर कामयाबी मिली है.
Comments
Post a Comment