आरा-सासाराम रूट पर रेलपटरी के नीचे बह गई 25 फीट मिट्‌टी, 6 ट्रेनें कैंसिल; हजारों यात्री स्टेशनों पर फंस

आरा-सासाराम रूट पर रेलपटरी के नीचे बह गई 25 फीट मिट्‌टी, 6 ट्रेनें कैंसिल; हजारों यात्री स्टेशनों पर फंसआरा/चरपोखरी/गड़हनी. मुगलसराय रेलमंडल अंतर्गत आरा-सासाराम रेलखंड पर रेलपटरी के नीचे करीब 25 फीट दूरी तक जमीन की मिट्टी कटकर बह गई। इससे वहां गहरी खाई हो गई और 13 सिमेंटेड स्लैब के नीचे करीब 25 फीट गहराई तक मिट्‌टी, रेलपटरी के बोल्डर व गिट्‌टी बह गए। रेलपटरी हवा में झूलने लगा। जमीन का कटाव और बहाव बरसाती पानी के रिसाव के कारण हुआ। यह घटना मंगलवार-बुधवार की शाम करीब छह बजे चरपोखरी थाना क्षेत्र अंतर्गत सेमरांव और गड़हनी स्टेशन के बीच ध्यानीटोला गांव के सामने हुई। जमीन का कटाव होने की सूचना मिलते ही मुगलसराय रेल डिविजन अलर्ट हो गया। सासाराम स्टेशन से आरा जंक्शन आ रही डेमू ट्रेन को पीरो स्टेशन से लगभग आठ बजे रात में पुनः सासाराम की तरफ लौटा दिया गया। इस बीच रेलवे ने 6 ट्रेनें कैंसिल कर दी। रेलवे सूत्रों के मुताबिक 21/06 किलोमीटर पर रेलपटरी के नीचे से मिट्टी बह और धंस गई है।
ट्रेन बंद होने से कावंरियों को हुई ज्यादा परेशानी:सासाराम-आरा रेलखंड पर आठ ट्रेनों का परिचालन अनिश्चितकाल के लिए बंद होने से सबसे ज्यादा परेशानी कांवरियों को हुई। भोजपुर से गुप्ताधाम में जलाभिषेक के लिए आते हैं। सासाराम स्टेशन पर परिवार के साथ फंसे शाहपुर के हरिहरपुर निवासी संजय सिंह ने बताया बारिश में भींगकर पहाड़ से उतरे हैं। आए थे कि ट्रेन पकड़कर आरा पहुंच आराम करेंगे। ट्रेनों का परिचालन ठप होने से मंगलवार रात से ही सासाराम स्टेशन पर पड़े हैं। दोपहर 12 बजे के आसपास बस पकड़कर आरा के लिए प्रस्थान किए।
मिट्‌टी बहने से हवा में झूल रहा रेल लाइन:आरा-सासाराम रेलखंड पर गड़हनी के पास सेमरांव ध्यानी टोला के पास आठ से 10 फीट की लंबाई में ट्रैक के नीचे से पानी की तेज धार में मिट्‌टी बह गई है। रेल लाइन हवा में झूल रहा है। बरसाती नदी में आए पानी का दबाव रेलवे ट्रैक नहीं सह पाया। पूरी तरह बहकर अंदर से खोखला हो गया। हवा में लटकते रेल लाइन की जानकारी ग्रामीणों ने विभाग को दी। वहां पहुंचे विभागीय अधिकारियों ने रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन ठप कराया। अब भी पानी की रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही। मंगलवार शाम से ही मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया। बड़ी-बड़ी मशीनें लाई गई हैं। मिट्‌टी बही जगह पर भराई से लेकर कैंपशक्त का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। बता दें कि इस रूट पर रोजाना 15 हजार से अधिक यात्री आना-जाना करते हैं।
via bhasakar

Comments

Popular posts from this blog

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व॰ भोला पासवान शास्त्री का जन्म दिवस समारोह का आयोजन

विवादों का सुपर 30: अब पुलिस के खिलाफ ईंट से ईंट बजाएंगे आनंद! जानिए मामला