मुजफ्फरपुर कांड: जेल के अस्पताल में बंद ब्रजेश ठाकुर के पास से 50 हाईप्रोफाइल लोगों के नंबर बरामद, प्रशासन ने वापस बैरक भेजा

मुजफ्फरपुर कांड: जेल के अस्पताल में बंद ब्रजेश ठाकुर के पास से 50 हाईप्रोफाइल लोगों के नंबर बरामद, प्रशासन ने वापस बैरक भेजामुजफ्फरपुर. बालिका गृह कांड मामले में मुख्य आरोपी ब्रजेश के पास से शनिवार को जेल अस्पताल में छापेमारी के दौरान तीन पर्ची में 50 हाई प्रोफाइल लोगों के नंबर बरामद हुए। इसके बाद जेल अस्पताल में भर्ती ब्रजेश ठाकुर को वापस जेल की बैरक में भेज दिया। इनमें दो पर्चियों पर 50 से अधिक हाई प्रोफाइल लोगों के मोबाइल नंबर लिखे हैं। तीसरी पर्ची पर विभिन्न बैंक खातों से 2.5 करोड़ रुपए से अधिक की निकासी का लेखा-जोखा है। ब्रजेश से मिले मोबाइल नंबरों की सर्विलांस सेल ने जांच शुरू कर दी। इसमें समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के निजी नंबर के अलावा कई राजनेताओं के नंबर भी होने की चर्चा है। ब्रजेश सेंट्रल जेल के अस्पताल वार्ड में भर्ती था। छापेमारी के दौरान जेल अस्पताल से भी दो मोबाइल मिले। इसके बाद जिला प्रशासन ने वहां भर्ती सभी 20 पुरुष और दो महिला बंदियों को अस्पताल से बैरक में डाल दिया।
ब्रजेश के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ: बालिका गृह कांड मामले में की जांच के लिए शनिवार सुबह सीबीआई व केंद्रीय एफएसएल की टीम बालिका गृह पहुंची। यहां मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के पुत्र राहुल आनंद को सीबीआई ने हिरासत में लेकर पूछताछ की। बाद में उसे छोड़ दिया। 18 सदस्यीय सीबीआई और सीएफएसएल ने बालिका गृह में किशोरियों से दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न के साक्ष्य जुटाए। कोने-कोने में केमिकल और अत्याधुनिक मशीनों से जांच की। किशोरियों के बेड रूम के फर्श, मेडिकल ट्रीटमेंट रूम, अखबार की छपाई मशीन वाले हॉल के फर्श पर जगह-जगह केमिकल डालकर नमूने उठाए। किशोरियों के कपड़े, बेडशीट और दर्जनों फाइलें जब्त की गईं। सीबीआई ने बालिका गृह भवन परिसर की खुदाई कर किशोरी की लाश खोजने के लिए जेसीबी मशीन भी मंगाई थी। पर खुदाई नहीं की गई।
जब्त फाइलों में है 471 किशोरियों की केस हिस्ट्री: सूत्रों ने बताया कि अक्टूबर 2013 से 2018 मई तक बालिका गृह में आने वाली 471 किशोरियों के बारे में पूरे ब्योरे की अलग अलग फाइलें सीबीआई को मिली हैं। बालिका गृह को वित्तीय मदद मिलने वाली फाइलें भी सीबीआई को मिलीं। फाइलों को राहुल आनंद की मौजूदगी में मजिस्ट्रेट के हस्ताक्षर के बाद जब्त किया गया। वहीं, फॉरेंसिक टीम ने बालिका गृह से कई किस्म की दवाएं जब्त की। बालिका गृह के सबसे ऊपरी तल पर छोटा अस्पताल बना हुआ था। इसमें किशोरियों का इलाज करने की बात बताई जा रही है। जब्त दवाओं में कई गंभीर किस्म की है। बता दें कि पुलिस ने भी कुछ दिनों पहले 63 किस्म की दवाएं जब्त की थीं।

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