टॉपर घोटाला मामले में हाईकोर्ट ने पूछा-सरकार को सिर्फ आरोपियों को जेल भेजने में ही रुचि या अभियोजन में भी?

गवाहों की संख्या 50 से ज्यादा:सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील अंशुल ने कोर्ट को बताया कि पिछली बार हाईकोर्ट ने हरिहरनाथ की जमानत याचिका को खारिज करते हुए निचली अदालत को आदेश दिया था कि ट्रायल रोजाना चले और यदि चार महीने में ट्रायल पूरा नहीं हो तो हरिहरनाथ की तरफ से पुनः जमानत अर्जी दी जा सकती है। छह महीने बीत जाने के बाद पहले अभियोजन साक्ष्य ने गवाही दी, वह भी कई बार समन निर्गत होने के बाद। गवाहों की संख्या 50 से भी अधिक है लेकिन अब तक एक ही साक्ष्य की गवाही हुई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट ने तल्ख टिप्पणी की। अगली सुनवाई 29 अगस्त को होगी।
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