महिला के शरीर से डेढ़ घंटे तक लिपटा रहा नाग, बचने के लिए करती रही भगवान को याद

पुतुल देवी अपने घर के रूम में जमीन पर सो रही थी। उसके पति मनोज मंडल बरामदे में और बेटे एतवारी कुमार और लड्डू कुमार छत पर सो रहे थे। पुतुल ने मच्छर से बचने के लिए मच्छरदानी लगा रखी थी, लेकिन नींद में उसका एक पैर मच्छरदानी से बाहर आ गया था। रात के करीब 2:30 बजे सांप की फूंफकार सुनकर उनकी नींद टूटी। पुतुल ने देखा कि एक बड़ा नाग पैर से लिपटा है और फन फैलाए देख रहा है। सामने मौत को देख उसके होश उड़ गए। वह चीखना चाहती थी, लेकिन मुंह से आवाज नहीं निकल रही थी। उसकी घिग्घी बंध गई थी।
बचने के लिए भगवान को याद
पुतुल ने सांप के सामने हाथ जोड़ लिए और मन ही मन भगवान को याद करने लगी। घिग्घी बंधे होने के चलते वह चीख तो नहीं पा रही थी, लेकिन उसके कराहने की आवाज रूम से बाहर तक जा रही थी। छत पर सो रहे बेटे एतवारी कुमार ने पिता को इसके बारे में बताया। कुछ देर बाद बेटा जब रूम में गया तो देखा कि सांप मां के सामने है। उसने बाहर आकर गांव के लोगों को इसके बारे में बताया। कुछ ही मिनटों में गांव के लोग जुट गए। करीब डेढ़ घंटे बाद सांप ने महिला को छोड़ दिया और चला गया। गांव के लोगों ने उसे कोई नुकसान नहीं
पुतुल ने सांप के सामने हाथ जोड़ लिए और मन ही मन भगवान को याद करने लगी। घिग्घी बंधे होने के चलते वह चीख तो नहीं पा रही थी, लेकिन उसके कराहने की आवाज रूम से बाहर तक जा रही थी। छत पर सो रहे बेटे एतवारी कुमार ने पिता को इसके बारे में बताया। कुछ देर बाद बेटा जब रूम में गया तो देखा कि सांप मां के सामने है। उसने बाहर आकर गांव के लोगों को इसके बारे में बताया। कुछ ही मिनटों में गांव के लोग जुट गए। करीब डेढ़ घंटे बाद सांप ने महिला को छोड़ दिया और चला गया। गांव के लोगों ने उसे कोई नुकसान नहीं
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