​दिखने लगा सीएम की चिट्ठी का असर, पांच हजार से अधिक छात्रों को मिला अब तक लोन

​दिखने लगा सीएम की चिट्ठी का असर, पांच हजार से अधिक छात्रों को मिला अब तक लोनपटना.उच्च शिक्षा के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के लिए प्रेरित करने वाला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पत्र रंग लाने लगा है। इस साल इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करने वाले 6 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से पत्र भेजा था। 16 अगस्त तक 5031 छात्र-छात्राओं ने इस योजना का लाभ लिया है। इसके तहत 136 करोड़ लोन स्वीकृत किया गया है। 
इस साल कम से कम 50 हजार छात्र-छात्राओं को इस योजना से लाभान्वित करने का लक्ष्य है। लाभार्थियों में 4020 छात्र, 1010 छात्राएं और एक ट्रांसजेंडर शामिल है। सामान्य वर्ग के 1833, पिछड़ा वर्ग के 2044, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के 739, अनुसूचित जाति के 355 और अनुसूचित जनजाति के 60 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। 
कम ब्याज दर पर मिलेगा शिक्षा लोन :इस योजना में कई और सुविधाएं भी सरकार देने जा रही है। उच्च शिक्षा के लिए राज्य सरकार ने इस साल से खुद कम ब्याज दर पर शिक्षा लोन देने की शुरुआत की है। इसके लिए शिक्षा वित्त निगम बनाई गई है। सभी वर्ग के छात्रों को 4 प्रतिशत ब्याज दर पर शिक्षा लोन दिया जा रहा है। सभी वर्ग की छात्राओं और नि:शक्त छात्र-छात्राओं को मात्र एक प्रतिशत ब्याज पर शिक्षा लोन मिल रहा है। छात्र-छात्राओं को शिक्षा लोन देने में बैंकों की आनाकानी के बाद वित्त निगम बनाई गई है। विभिन्न बैंकों से शिक्षा लोन 9 से 11 प्रतिशत ब्याज पर मिल रहा है। वित्त निगम से शिक्षा लोन पर ब्याज दर कम होने से गरीब परिवार के बच्चे भी यहां से लोन लेकर पढ़ाई में आगे आएंगे।
जाति और आय का बंधन नहीं :सरकार के सात निश्चय योजना के तहत स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत 2 अक्टूबर, 2016 से हुई थी। इस योजना से लोन लेने के लिए जाति और आय का बंधन नहीं है। पिछले दिनों तय किया गया था कि शिक्षा वित्त निगम बीएड, आईटीआई और एएनएम पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को ऋण नहीं दिया जाएगा। नए कोर्स में एमए और एम-कॉम की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को कर्ज मिलेगा। एमए और एमकॉम आदि कोर्स के लिए उम्र सीमा 30 वर्ष तक होगी। अन्य कोर्स के लिए उम्र सीमा 25 ही रहेगा। 
ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन :स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत शिक्षा ऋण लेने के लिए छात्रों को पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन देना है। छात्रों की सहायता के लिए जिलों में जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र बनाए गए हैं। आवेदन देने पर छात्र के ई-मेल या मोबाइल पर वन टाइम पासवर्ड मिलेगा। पोर्टल पर पासवर्ड डालने के बाद वेज पेज खुलेगा, जिस पर पूरी जानकारी देनी है। परामर्श केंद्र पर छात्रों को 12वीं का उत्तीर्ण प्रमाणपत्र के साथ जिस कोर्स में नामांकन लिया है, कोर्स फीस, आधार, माता, पिता के बैंक अकाउंट की छह माह की जानकारी आदि देनी है। बाद में पैन कार्ड की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई थी।
माफ भी हो सकता है ऋण :मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई मौकों पर कहा है कि लोन चुकाने में असमर्थ लोगों का लोन माफ हाे सकता है। नौकरी नहीं मिलने और अन्य आर्थिक परिस्थितियों में ऋण माफी की व्यवस्था होगी। टॉल फ्री नंबर 18003456444 पर इस योजना की जानकारी या शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

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