पटना : वीआईपी जोन में लूट, छेड़खानी व अंडर सेक्रेटरी को मारी गोली

परिवार के लोगों ने बताया कि अपराधी नशे में धुत थे. दुखद घटना तो इसके बाद हुई, इस वारदात के बाद घर के लोग और पड़ोसी लगातार पुलिस और एंबुलेंस को फोन करते रहे, मगर गोली के जख्म से तड़पते अंडर सेक्रेटरी को कहीं से मदद नहीं मिली. अंतत: पड़ोसियों ने अपने वाहन से उन्हें एक निजी अस्पताल मेें पहुंचाया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.
घटना सचिवालय थाना क्षेत्र के आर ब्लॉक रोड नंबर दो में सरकारी क्वार्टर संख्या ए-4 में मंगलवार की सुबह करीब 4 बजे घटी. अपराधी फ्लैट के पीछे से चहारदीवारी कूद कर अंदर घुसे. राजीव कुमार बाथरूम में थे, उनकी पत्नी और बेटी एक कमरे में सो रही थी. आहट पाकर राजीव बाथरूम से निकले तो एक अपराधी ने उनकी कनपटी पर पिस्टल सटा दिया. उनकी पत्नी और बेटी भी कमरे से बाहर निकली.
अपराधियों ने तीनों का मुंह गमछे से बांध दिया और एक कमरे में डाल कर बाहर से बंद कर दिया. घर में करीब आधे घंटे तक लूटपाट करने के बाद अपराधी राजीव के पास पहुंचे और पूछने लगे कि और पैसा कहां रखा है, इस दौरान उनके सामने उनकी पत्नी और बेटी के साथ शराब के नशे में धुत अपराधियों ने छेड़खानी शुरू कर दी.
इस पर राजीव ने एक अपराधी को धक्का दे दिया. गुस्साये दूसरे अपराधी ने राजीव को गोली मार दी और बाहर से दरवाजे की कुंडी लगाकर भाग गये. अपराधी अपने साथ 50 हजार कैश, करीब तीन लाख रुपये के गहने, मोबाइल फोन समेत अन्य सामान लेकर गये. राजीव मुंगेर के रहनेवाले हैं.
अपराधी करते रहे बड़ी रकम की मांग
योजना विभाग के अंडर सेक्रेटरी राजीव कुमार के आवास में घुसे अपराधियों ने घटना के दौरान बार-बार बड़ी रकम देने की मांग की. वह राजीव से कहते रहे कि सोमवार को जो पैसा आॅफिस से लेकर आये हो, वह दे दो. राजीव किसी प्रकार का पैसा मिलने की बात से इन्कार करते रहे, लेकिन अपराधी नहीं माने.
अपराधियों ने कहा कि उन्हें योजना विभाग से पता चला है कि सोमवार को तुमने मोटा पैसा कमाया है. इस बात से संकेत मिल रहे हैं कि राजीव के घर हुई घटना के पीछे ऑफिस के ही किसी कर्मचारी की भूमिका है. उसने लाइनर की भूमिका निभायी है. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
पंजरी में गोली लगने से राजीव कुमार घायल हो चुके थे. गोली आरपार हो चुकी थी. लगातार खून निकल रहा था. इससे घबरायी राजीव की पत्नी रजनी देवी व बेटी अंतरा रोने लगी. फिर पड़ोसी संतोष कुमार को बुलाया गया. संतोष के अनुसार 108 पर उन्होंने एंबुलेंस के लिए कॉल किया था. पर एंबुलेंस नहीं मिली. इसके बाद संतोष खुद हॉस्पिटल लेकर गये.
12 पुलिस कर्मी सस्पेंड : सचिवालय कर्मी की हत्या मामले में थाने की साफ तौर पर लापरवाही सामने आयी है. वहीं, थानेदार की भी भूमिका पर भी सवाल उठे हैं. इससे नाराज एसएसपी ने सचिवालय थाने के थानेदार राकेश कुमार भाष्कर, एसआई अनंत कुमार, 8 सिपाही व 2 होमगार्ड के जवान को निलंबित कर दिया है.
स्पीडी ट्रायल कर दिलायी जाये सजा
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