दुनिया को स्टार्ट-अप समझाने के लिए बिहार के उद्योग विभाग की टीम इजराइल पहुंची

विशेषज्ञ-निवेशकों को आने का आमंत्रण
उद्योग विभाग की टीम इजराइल में वहां के विशेषज्ञ और निवेशकों को बिहार आने का निमंत्रण भी देगी। इजराइल ने खेती के मामले में जबरदस्त विशेषज्ञता हासिल की है। इजराइल में पानी की कमी है, इसके बावजूद वह अपनी जरूरत के अधिकांश खाद्यान का उत्पादन खुद करता है। इजराइल ने ऐसी तकनीक विकसित कर ली है, जिसमें बेहद कम पानी में भी खेती हो सकती है। फल और सब्जी उत्पादन में करेगा मदद
इजराइल फल और सब्जी के उत्पादन में वृद्धि के लिए बिहार की मदद करेगा। इसके लिए इजराइल बिहार को अत्याधुनिक तकनीक के साथ उन्नत बीज भी मुहैया कराएगा। इजराइल की मदद से नालंदा में सब्जी, वैशाली में लीची और आम से संबंधित अनुसंधान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। सितंबर, 2017 में बिहार आए इजराइल के राजदूत डेनियल कारमोन ने मदद की पेशकश की थी। इजराइल भारत में कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में पहले से सहयोग कर रहा है। बिहार में इजराइल अनुसंधान केंद्र सेंटर ऑफ एक्सिलेंस स्थापित करेगा। इन अनुसंधान केंद्रों पर किसानों को नई और उन्नत तकनीक के संबंध में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बिहार स्टार्ट-अप नीति 2017
स्टार्ट-अप को सीड मनी देने वाला बिहार पहला राज्य है। नई स्टार्ट-अप नीति 2017 में 10 साल के लिए 10 लाख का ब्याज रहित ऋण देने की व्यवस्था है। स्टार्ट-अप का चयन और उनके लिए फंड की व्यवस्था करने के लिए सलाहकार समिति का गठन किया गया है। इस नीति के तहत उद्यमियों के लिए 500 करोड़ रुपए का फंड बनाया गया है। चालू वित्तीय वर्ष के लिए सरकार ने 100 करोड़ रुपए आवंटित भी कर दिया है।
देसरी में फल और नालंदा में सब्जी सेंटर चला रहा इजराइल
Comments
Post a Comment